ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान आजमगढ़ एवं मिलान फाउंडेशन लखनऊ के संयुक्त प्रयास से कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय अतरौलिया में गर्ल आइकन चांदनी द्वारा लड़कियों की शिक्षा पर सोशल एक्शन प्रोग्राम किया गया।

 आजमगढ़ (अतरौलिया) 


ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान आजमगढ़ एवं मिलान फाउंडेशन लखनऊ के संयुक्त प्रयास से कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय अतरौलिया में गर्ल आइकन चांदनी द्वारा लड़कियों की शिक्षा पर सोशल एक्शन प्रोग्राम किया गया। जिसमें बच्चियों के अभिवावकों तथा विद्यालय के बच्चों द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मिलान फाउंडेशन से रंजना शुक्ला, प्रिंसिपल अनामिका कुशवाहा, अध्यापिका अमृता राय, एसएमसी की अध्यक्ष आरती जी रही। गर्ल आइकन चांदनी द्वारा बताया गया कि मिलान फाउंडेशन का कार्यक्रम अपने देश में तीन राज्य मध्य प्रदेश, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में चलता है। गर्ल आइकन प्रोग्राम का उद्देश्य है कि लड़कियां शिक्षित हो, सुरक्षित हो और स्वस्थ हो। अध्यापिका अमृता राय द्वारा बताया गया कि हर लड़की अपने भविष्य में आगे बढ़ना चाहती है और आज का कार्यक्रम लड़कियों की शिक्षा से संबंधित है । जो हम करके सीखते है, वह हमारे लिए बहुत ही अच्छा होता है । हमें किताबी ज्ञान से ज्यादा बाहर की सीख से ज्यादा जरूरी होता है। हमें अपनी सोच को आगे बढ़ाना है। हमें अपने अध्यापकों से सीखना चाहिए कि अगर वह इस कुर्सी तक आ सकते हैं, तो हम भी इस कुर्सी तक आ सकते है । अगर बेटा आगे बढ़ सकता है, तो बेटियां भी आगे निकल सकती हैं। लोग बच्चियों को गर्भ में मार देते है इस पर दो शब्द - मुझको मेरा हक प्रिंसिपल अनामिका कुशवाहा द्वारा बताया गया कि शिक्षा विकास की कुंजी है, यह विकास के ताले में बंद है। इसके विकास के ताले की कुंजी - "शिक्षा है"। लड़कियों की सुरक्षा के लिए सरकार भी बराबर प्रयासरत है । इसके लिए कुछ हेल्पलाइन नंबर 181, 1090 वूमन पावर लाइन, 1098 चाइल्डलाइन,102 प्रसव के लिए, 108 घटना होती है तो उसके लिए, 112 पुलिस सहायता, कोई हेल्पलाइन काम न करें तो एक नंबर और है जो 1076 है। यह मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर है, इससे आप अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। संस्था सचिव राजदेव चर्तुवेदी द्वारा बताया गया कि मिलान फाउंडेशन लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रहा है। लड़कियों कहीं से कमजोर नहीं हैं जैसे लड़के वैसे ही लड़कियां भी हैं बस उन्हें बाहर निकलने के मौके कम दिए गए । हमारे अपने समाज में लड़कियों को बाहर निकलने के मौके कम दिए गए। मिलान फाउंडेशन से रंजना शुक्ला द्वारा बताया गया कि मिलान फाउंडेशन द्वारा आजमगढ़ जिले में कुल 110 किशोरियों को गर्ल आइकन के रूप में चुना गया है। हमारे समाज में लड़के और लड़कियों के साथ आज भी भेदभाव किए जा रहे हैं। हर लड़की का सपना है कि वह कुछ बन सके।

आज के कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के बच्चियों के अभिभावक एवं कस्तूरबा गांधी विद्यालय के बच्चों का विशेष योगदान रहा।






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