विश्व मानवाधिकार दिवस पर नारी संघ की महिलाओं/पुरुषों के साथ लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ 16 दिवसीय अभियान के तहत महिला हिंसा व महिलाओं के मानवाधिकार पर संगोष्ठी आयोजित
अतरौलिया ( आज़मगढ़)
ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्राम पंचायत भगतपुर में नारी संघ की महिलाओं/पुरुषों के साथ विश्व मानवाधिकार दिवस 10 दिसम्बर का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि के रूप में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया से डॉ. अमरजीत, एएनएम मीरा चौबे, आशा कमलावती, अध्यापक रमेश कुमार व पूनम भारती, आंगनवाड़ी कंचन तथा उषा यादव उपस्थित रहीं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजदेव चतुर्वेदी द्वारा बताया गया कि मानवाधिकार दिवस, जो हर साल 10 दिसंबर को मनाया जाता है, हर व्यक्ति के मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा करने के लिए समर्पित एक वैश्विक उत्सव है। 1948 में इसी दिन, संयुक्त राष्ट्र ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) को अपनाया था। मानवाधिकार दिवस 2024 का विषय, "हमारे अधिकार, हमारा भविष्य, अभी !" मानवाधिकार शिक्षा में तत्काल कार्रवाई के महत्व पर जोर देता है। इसका उद्देश्य कार्रवाई को प्रेरित करना, गलत धारणाओं को दूर करना और वैश्विक मानवाधिकार आंदोलन को मजबूत करना है। मुख्य अतिथि डॉ. अमरजीत द्वारा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, जननी सुरक्षा योजना तथा बच्चों के पोषण व टीकाकरण के बारे में बताया गया। अध्यापक रमेश कुमार द्वारा बच्चों के शिक्षा पर चर्चा करते हुए बताया गया कि जब हमारे बच्चे शिक्षित होंगे तभी वह वह अपने हक और अधिकार को जानेंगे। परियोजना समन्वयक ज्योति द्वारा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना तथा जन सुनवाई पोर्टल के बारे में बताया गया तथा सौरभ द्वारा शिक्षा का अधिकार कानून पर चर्चा करते हुए बताया कि इस समय शिक्षा का अधिकार कानून के अंतर्गत लॉटरी का आवेदन हो रहा हैं जिसमें गरीब वंचित परिवारों का आवेदन होगा जिसकी पात्रता के बारे में विस्तार से बताया गया। संस्था साथी जाह्नवी दत्त द्वारा बताया गया कि मानवाधिकार दिवस 2024 बच्चों और युवाओं के बीच मानवाधिकार शिक्षा को बढ़ावा देने पर केंद्रित है, जो कम उम्र से ही समानता, न्याय और गरिमा के मूल्यों को विकसित करने के महत्व पर प्रकाश डालता है। इसके बाद उपस्थित महिलाओं को हेल्पलाइन नंबर के बारे में बताया गया जिसमें महिला हेल्पलाइन 1090, 181, 112, गर्भवती महिलाओं के लिए एम्बुलेंस -102, आकस्मिक दुर्घटना के एम्बुलेंस -108 और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 है I
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